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मध्यप्रदेश के भाई-बहनों से विचार साझा किया।

 


मध्यप्रदेश के भाई-बहनों से विचार साझा किया। आज #COVID19 संकट ने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। यह अलग बात है कि हम इसे नियंत्रित करने की स्थिति में आ गए हैं। वायरस फैलने का कारण है लेकिन उस कारण का निवारण किया जा सकता है। आप सभी के प्रयासों से कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। पॉजिटिविटी रेट घटकर लगभग 3% हो गया है। अनेक ज़िलों में 10 से कम केस आये हैं। कई जिले ऐसे हैं जहाँ संक्रमण ज़्यादा है। हमें अभी सावधानी बरतना है। हमने कोरोना को कंटेंन करने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया। हमने ज़िला, ब्लॉक और ग्रामीण स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए जिसमें सरकारी अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि शामिल रहे। निचले स्तर का अमला भी साथ जुटा। जितने फैसले किये वो विकेन्द्रित किये।

गाँव में कैसे कार्य चलेंगे, यह जनता ने मिलकर ही तय किया। गाँव-गाँव में किल कोरोना अभियान चला। कोरोना को नियंत्रित करने में बड़ा योगदान गाँव की जनता का भी है। ऐसे ही ब्लॉक की टीम ने भी साथ दिया। सम्पूर्ण ज़िले में कोरोना कर्फ्यू कैसे लागू होगा, अस्पतालों में व्यवस्थाएँ कैसे सुदृढ़ होंगी, यह ज़िला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स ने तय किया। यह मध्यप्रदेश का मॉडल है जिससे प्रदेश में कोविड19 संक्रमण नियंत्रण में आया। मध्यप्रदेश का जनभागीदारी का मॉडल है और इसी मॉडल के कारण प्रदेश कोरोना को नियंत्रित करने में सफल रहा है। 
1 जून से हम कर्फ्यू में ढील देंगे। लेकिन हमें अचानक न घर से निकलना है और न ही बड़े आयोजन करना है। इससे स्थिति बिगड़ सकती है। हमने अनेक तकलीफें उठाई हैं। कई लोगों ने अपने प्राण दिए। वैसी परिस्थिति वापस आये, यह हम कदापि नहीं चाहते।

वैज्ञानिक तरीके से लॉकडाउन खोला जाएगा। तीसरी लहर की भी बात आ रही है। अगर हम असावधान रहे तो संक्रमण बढ़ेगा, एक दिन विस्फोट होगा, जिसे हम तीसरी लहर कहेंगे,हमें यह नहीं आने देना है। इसके लिए हमने रोड मैप तैयार किया है। शादी-विवाह, धार्मिक आयोजन, राजनीतिक रैली जैसे बड़े आयोजन नहीं आयोजित होंगे। हमें सावधानी बरतना छोड़ना नहीं है। हमें अब कोविड19 के साथ जीने की आदत डालना होगी। अनुशासित व्यवहार करना होगा। घर से बाहर यदि निकलेंगे तो मास्क लगाकर निकलेंगे। कोई बिना मास्क के दिखा तो उसे टोकेंगे भी!आप अपने आप को सुरक्षित रखेंगे तो अपने परिवार को भी सुरक्षित रखेंगे।

कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई को एक सामाजिक आंदोलन बना दें। सरकार अपनी ड्यूटी पूरी करेगी लेकिन समाज इसे अपना आंदोलन बनाए। धर्मगुरु अपने अनुयायियों को अनुशासित रहने का संदेश दें, राजनीतिक संगठन अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासित रहने का संदेश दें। सभी से अपील करता हूँ कि हम अपना प्रदेश बचाएंगे तो देश भी बचाएंगे, इसलिए अनुशासित रहें और कोरोना नियंत्रण की एक अलग राह बनाएँ। #MPFightsCorona

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