#COVID19 के नियंत्रण के संबंध में नगरीय क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से विचार साझा किया। #COVID19 के विरुद्ध हम एक लंबा युद्ध लड़ रहे हैं और मुझे आज यह बताते हुए प्रसन्नता है कि प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट घटकर 4 प्रतिशत के करीब रह गया है। 5% तक संक्रमण की दर होने का अर्थ है कि यह नियंत्रण में है। अब हमें करो या मरो के संकल्प के साथ 31 मई तक मध्यप्रदेश को कोरोना के संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त करना है।
हमें 1 जून से #MPJantaCurfew को खोलना है, लेकिन खोलना इस तरह से है कि फिर से इसका संक्रमण फैलने न पाये। जब तक जनता कर्फ्यू है, तब तक उसका पालन ढंग से करवायें। मैं जानता हूं कि इससे लोगों को तकलीफ है, लेकिन जीवन रक्षा से बढ़कर कुछ और नहीं है।
हमें सहयोग और संकल्प के साथ 31 मई तक प्रदेश को पूरी तरह से कोरोना मुक्त बनाने के लिए कार्य करना है। बच्चे जो अनाथ हो गये हों, माता-पिता, अभिभावक नहीं हों, उन बच्चों को 5 हजार रुपये पेंशन, नि:शुल्क राशन और उनकी शिक्षा की व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है। आपके क्षेत्र में इस योजना के लाभ से कोई अनाथ बच्चा वंचित न रह जाये। प्रवासी श्रमिक मध्यप्रदेश में आ रहे हों, तो उनका टेस्ट करके ही उन्हें नगर में प्रवेश दिया जाये। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि जिन योजनाओं के लिए वे पात्र हैं, उसका लाभ, उन्हें अवश्य मिले; इस चुनौती के समय यह जरूरी है।
हम कोरोना की तीसरी लहर के बारे में सुन रहे हैं और हमें इससे लड़ने के लिए पहले से ही तैयार रहना होगा। इलाज एवं दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था के साथ हम बच्चों के लिए अलग से वॉर्ड बना रहे हैं। हम सब यह कोशिश करें कि तीसरी लहर की चपेट में ही प्रदेश न आये। हम प्रदेश में नये ऑक्सीजन प्लांट तेजी से लगा रहे हैं, ताकि ऑक्सीजन की कमी न रहे। साथ ही आपसे आग्रह है कि हम सभी पौधरोपण करें, ताकि प्रकृति का संतुलन बना रहे और नेचुरल ऑक्सीजन हम सबको मिलती रहे।
#MPFightsCorona #IndiaFightsCorona
कोई टिप्पणी नहीं: